कभी चुपके से सुन तो सही,
मेरी सदा...
तेरे कई ख़त लिखे हैं इसमें...
मैं हर रोज इक ख़त पढता हूँ,
खुद से नज़र बचाकर...
मगर...
हर ख़त के बाद,
दिल कुछ पूछ बैठता है...
वो कब आएगा....????
खत पढकर पुरानी यादे फिर आंखो के सामने आ जाती है...और मन विव्हल उठता है ...उसके इंतजार में उसे पाने कि चाह में.. चंद शब्द गहरे जजबात , सुंदर भावाभिव्यक्ती...
9 comments:
बहुत सुन्दर...
इन्तज़ार ऐसा ही होता है...
वाह ...बहुत खूब कहा है आपने ...
सुन्दर अभिव्यक्ति ..
आपको एवं आपके परिवार के सभी सदस्य को नये साल की ढेर सारी शुभकामनायें !
बहुत ख़ूबसूरत रचना !
खत पढकर पुरानी यादे फिर आंखो के सामने
आ जाती है...और मन विव्हल उठता है ...उसके इंतजार में उसे पाने कि चाह में..
चंद शब्द गहरे जजबात , सुंदर भावाभिव्यक्ती...
खूबसूरत जज़्बात...
nyc feelings...
वाह...बहुत खूब
सुन्दर भाव ..
Post a Comment